प्रेम जगत का सार और कछु सार नहीं है उद्धव ज्ञान कर्म का सत्य। प्रेम जगत का सार और कछु सार नहीं है उद्धव ज्ञान कर्म का सत्य।
मुझे प्रतीक्षा है कबसे उस दिन की जब नमस्ते भी हो और वालेकुम सलाम भी मुझे प्रतीक्षा है कबसे उस दिन की जब नमस्ते भी हो और वालेकुम सलाम भी
आओ हम खेले ख़ुशियों की होली ले के अपनों की टोली आओ हम खेले ख़ुशियों की होली ले के अपनों की टोली
जमाना पलट गया हैं, अपने ही दौर पर, कुछ तो बोलो मुझसे दिल मिलाकर..! जमाना पलट गया हैं, अपने ही दौर पर, कुछ तो बोलो मुझसे दिल मिलाकर..!
ऐ आशिक़,तेरा वज़ूद क्या ? तेरी मंज़िल क्या ? तूने चाहा जिसको, वो तेरे क़ाबिल है क्या ऐ आशिक़,तेरा वज़ूद क्या ? तेरी मंज़िल क्या ? तूने चाहा जिसको, वो तेरे क...
लोग कहते हैं हमने प्यार में बगावत कर दी कभी पूछा हमसे ये गुस्ताख़ी क्यों कर दी। कां लोग कहते हैं हमने प्यार में बगावत कर दी कभी पूछा हमसे ये गुस्ताख़ी क्यों कर द...